फिल्म में फिल्म निर्माता का मुख्य कार्य होता है फिल्म की योजना बनाना, उसे वित्तीय समर्थन देना, और फिल्म की पूरी निर्माण प्रक्रिया की निगरानी करना। फिल्म निर्माता कहानी – स्क्रिप्ट चयन, कास्टिंग, बजट प्रबंधन, गीत- संगीत, तकनीकी टीम का चयन और मार्केटिंग जैसे विभिन्न पहलुओं में शामिल होता हैं। फिल्म निर्माता का एक ही उद्देश्य होता है कि फिल्म सफल हो और जल्दी से जल्दी ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचे।
फिल्म में एक फिल्म निर्माता की भूमिका और कार्य निम्नलिखित होते हैं:
- वित्तीय प्रबंधन: फिल्म निर्माता अपनी परियोजना के लिए वित्तीय स्रोत जुटाता है और बजट निर्धारित करता है। फिल्म निर्माता को फिल्म के लिए उचित धनराशि की व्यवस्था करनी होती है और फिल्म प्रोडक्शन के हर चरण में वित्तीय नियंत्रण बनाए रखना होता है।
- प्रोजेक्ट चयन और विकास: फिल्म निर्माता संभावित फिल्म परियोजनाओं का चयन करते हैं और कहानी, स्क्रिप्ट, और अन्य सामग्री का विकास और व्यवस्था -प्रबंधन करता है।
- टीम निर्माण: फिल्म निर्माता – निर्देशक, अभिनेता, पटकथा लेखक, सिनेमाटोग्राफर, गीत -संगीत, एडिटर आदि की पूरी टीम को चयनित और अनुबंधित करता है।
- शेड्यूलिंग: फिल्म निर्माता, फिल्म निर्माण के प्रत्येक चरण का समय निर्धारण करता है, जिसमें प्री-प्रोडक्शन,
प्रोडक्शन (शूटिंग ) और पोस्ट-प्रोडक्शन शामिल होता है।
- निर्देशन में सहयोग: फिल्म निर्माता, निर्देशक के साथ मिलकर सामंजस्य पूर्वक काम करता है, ताकि फिल्म का विजन और गुणवत्ता बेहतर हो और गुणवत्ता बरकरार रहे।
- प्रोडक्शन का प्रबंधन: शूटिंग के दौरान, फिल्म निर्माता यह सुनिश्चित करता है कि निर्माणाधीन फिल्म में सब कुछ सुचारू रूप से चले और तयशुदा बजट और तय समय सीमा के भीतर फिल्म का कार्य पूरा हो।
- मार्केटिंग और वितरण: फिल्म निर्माता- फिल्म के वितरण और प्रमोशन की योजना बनाता है, ताकि फिल्म ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचे और अच्छा प्रदर्शन करे।
फिल्म में फिल्म निर्माता द्वारा बरती जाने वाली सावधानियाँ-
.फिल्म निर्माता को फिल्म बनाने के दौरान कई सावधानियां बरतनी होती है । इनमें कुछ प्रमुख सावधानियां निम्नलिखित हैं:
- समीक्षा और शोध: फिल्म की कहानी, स्क्रिप्ट और पात्रों का गहन शोध और समीक्षा करना ताकि फिल्म वास्तविक और सटीक लगे।
- कानूनी अनुकूलता: कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और अन्य कानूनी मुद्दों की जांच करना । सभी आवश्यक परमिट और लाइसेंस (सेंसर सर्टीफिकेट) प्राप्त करना ।
- वित्तीय प्रबंधन: बजट की योजना बनाना और उसे नियंत्रित रखना । सुनिश्चित करना कि सभी खर्चे बजट के भीतर हों।
- सुरक्षा: फिल्म की शूटिंग के दौरान कलाकारों युनिट के सभी लोगों और क्रू की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना । जोखिम भरे स्टंट और सीन के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाना ।
- समय प्रबंधन: फिल्म निर्माण की समय सीमा तय करना और उसे तय सीमा में पूरा करने का प्रयास करना।
- संवाद: कलाकारों और यूनिट के सभी क्रू के साथ स्पष्ट, और खुले तौर पर सीधे संवाद बनाए रखना।
- गुणवत्ता नियंत्रण: फिल्म के हर पहलू की गुणवत्ता सुनिश्चित करना, चाहे वो कहानी – स्क्रिप्ट हो, चाहे वो अभिनय हो, निर्देशन हो, गीत संगीत हो, सिनेमैटोग्राफी हो, या संपादन हो।
- विपणन और वितरण: फिल्म के लिए एक मजबूत विपणन और वितरण योजना बनाना ताकि फिल्म अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुंच सके।
- सामाजिक और सांस्कृतिक संवेदनशीलता: फिल्म निर्माता द्वारा सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक संवेदनशीलता का ध्यान रखना ताकि किसी भी जाति धर्म समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। और फिल्म कानून का पूरी तरह पालन करते हुए कानून की परिधि में रहे ।
- तकनीकी गुणवत्ता: उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे, साउंड सिस्टम और एडिटिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग करना।
इन सभी सावधानियों का पालन करके एक फिल्म निर्माता एक सफल, अच्छी और सुरक्षित फिल्म निर्माण प्रक्रिया सुनिश्चित कर सकता है ।
- संविदाओं और कानूनी मामलों का प्रबंधन: फिल्म से संबंधित सभी कानूनी और संविदात्मक मामलों को
संभालना ।
फिल्म में फिल्म निर्माता की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि वे फिल्म निर्माण के हर पहलू को नियंत्रित और प्रबंधित करते हैं।
शेष भाग -2 में….
प्रस्तुति – लेखक, निर्माता निर्देशक- चिरँजी कुमावत,
मो. 8619666046
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