फिल्म में फिल्म निर्देशक की मुख्य भूमिका –

फिल्म में फिल्म निर्देशक का मुख्य काम फिल्म के हर पहलू को निर्देशित करना होता है । जिसमें कहानी की प्रस्तुति, अभिनय, कैमरा एंगल्स, सेटिंग, और तकनीकी विवरण आदि शामिल होते हैं। फिल्म निर्देशक, फिल्म की स्क्रिप्ट को विजुअल फॉर्म में लाने और कलाकारों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। निर्देशक की रचनात्मक दृष्टि फिल्म की संपूर्ण दिशा को निर्धारित करती है।

फिल्म में फिल्म निर्देशक की मुख्य और बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वह फिल्म की कहानी को दृश्य रूप में प्रस्तुत करता है और पूरी फिल्म की रचनात्मक दिशा निर्धारित करता है।
फिल्म निर्देशक निम्नलिखित कार्य करता है:

  1. स्क्रिप्ट की व्याख्या : फिल्म की स्क्रिप्ट का अध्ययन कर कहानी की विषय-वस्तु और चरित्रों को समझना।
  2. कास्टिंग : फिल्म के पात्रों के लिए उपयुक्त कलाकारों का चयन करना।
    3- गीत -संगीत – अनुभवी गीतकार, संगीतकार और गायक गायिकाओं से अच्छा कर्णप्रिय गीत -संगीत तैयार
    करवाना ।
    4- प्री प्रोडक्शन, प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन का समन्वय करते हुए समय पर काम पूरा करना ।
  3. शूटिंग की योजना : प्रत्येक शॉट्स और प्रत्येक सीन की योजना बनाना, दृश्यावली और तकनीकी विवरण तय करना।
  4. अभिनेताओं का निर्देशन : कलाकारों को उनके पात्रों को जीवंत करने में मदद करना।
  5. तकनीकी टीम का मार्गदर्शन : सिनेमैटोग्राफर, एडिटर, प्रोडक्शन डिजाइनर आदि सभी के साथ समन्वय स्थापित करना।
  6. पोस्ट-प्रोडक्शन : एडिटिंग, साउंड मिक्सिंग, और अंतिम रूप से फिल्म को तैयार करना।
    9- फिल्म की सैंसर प्रक्रिया में सहयोग करना।
    10- फिल्म के प्रदर्शन में निर्माता का पूर्ण सहयोग करना।

फिल्म निर्देशक एक फिल्म का विज़नरी होता है जो हर पहलू को जोड़कर एक समग्र और प्रभावशाली कहानी प्रस्तुत करता है।

फिल्म के सेंसर और प्रदर्शन में फिल्म निर्देशक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

  1. रचनात्मक दृष्टिकोण : फिल्म निर्देशक, फिल्म की कहानी, दृश्य और संवादों को इस तरह प्रस्तुत करते हैं कि वे सेंसर बोर्ड के दिशा निर्देशों का पालन करें।
  2. सेंसर सर्टिफिकेशन : फिल्म सेंसर बोर्ड, 𝗙𝗶𝗹𝗺 𝗕𝗼𝗮𝗿𝗱 𝗼𝗳 𝗙𝗶𝗹𝗺 𝗖𝗲𝗿𝘁𝗶𝗳𝗶𝗰𝗮𝘁𝗶𝗼𝗻 (CBFC ) को प्रस्तुत की जाती है, जहां निर्देशक यह सुनिश्चित करता है कि सभी आवश्यक दस्तावेज और संस्करण बोर्ड को जमा किए जाएं।
  3. संशोधन : यदि सेंसर बोर्ड द्वारा किसी दृश्य या संवाद पर आपत्ति होती है, तो फिल्म निर्देशक आवश्यक संशोधन करते हैं।
  4. प्रदर्शन की योजना : फिल्म निर्देशक, फिल्म के रिलीज की तारीख और रणनीति तय करने में निर्माता और वितरकों के साथ मिलकर काम करते हैं, ताकि फिल्म का प्रदर्शन सही समय पर हो सके।
  5. प्रचार प्रसार और विपणन : फिल्म निर्देशक – फिल्म के प्रचार प्रसार और विपणन में भी सक्रिय भाग लेते हैं, ताकि दर्शकों तक सही संदेश पहुंच सके।

इस प्रकार, फिल्म निर्देशक की भूमिका फिल्म के अंतिम रूप और उसके प्रदर्शन दोनों में महत्वपूर्ण होती है।

शेष भाग -2 में….

प्रस्तुति – लेखक, निर्माता निर्देशक- चिरँजी कुमावत,
मो. 8619666046
Helffulck.com

Email-helffulck@gmail.com

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